13 से 15 जनवरी, 2017 के मध्य होने वाले पहले एशिया प्रशांत
ब्रॉडकास्टिंग यूनियन अन्तरराष्ट्रीय नृत्य महोत्सव का केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण
मंत्री एम.वेकैंया नायडू ने हैदराबाद के शिल्पकला वेदिका में उद्घाटन किया।
इसका उद्देश्य एशिया प्रशांत क्षेत्र
की अनूठी विविधताओं को शुरु करना और नृत्य करते समय इस इलाके के अलग– अलग समुदाय जो
खुशी महसूस करते हैं, उसे साझा करना था। इसका उद्देश्य एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर
पर नृत्य के माध्यम से दुनिया के अलग– अलग हिस्सों के युवाओं के बीच पुल बनाना था।
मालदीव, अफगानिस्तान, उजबेकिस्तान, फिलीपींस, फिजी, इंडोनेशिया, अजरबैजान, मलेशिया
और भारत जैसे देशों ने इस महोत्सव में हिस्सा लिया।
महोत्सव में एशिया प्रशांत
क्षेत्र के 10 से अधिक देशों के कलाकारों ने नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
प्रसार भारती इस समारोह की मेजबानी कर रहा है। इस मौके पर केंद्रीय सूचना एवं
प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि नृत्य समारोह दुनियाभर में फैला विभिन्न
संस्कृतियों से लोगों को परिचित कराने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। उन्होंने कहा कि
नृत्य न केवल हमारी दिनचर्या का अनिवार्य अंग है बल्कि यह मनोरंजन का साधन भी है।
नायडू ने कहा कि अगर देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है तो विरासत और संस्कृतियों
का संरक्षण बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व
में देश विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है।
एशिया प्रशांत ब्रॉडकास्टिंग यूनियन के बारे में
:-
यह एक गैर-लाभकारी और गैर सरकारी पेशेवर संगठन है जिसका मुख्यालय कुआलालम्पुर (मलेशिया) में है। एशिया प्रशांत ब्रॉडकास्टिंग यूनियन (एबीयू) एशिया प्रशांत क्षेत्र के प्रसारकों का एक पेशेवर संगठन है। एबीयू की स्थापना 1964 में इलाके में प्रसारण के विकास में सहायता के लिए की गई थी। एसोसिएशन टेलीविजन और रेडियो प्रसारकों के सामूहिक हितों को बढ़ावा देता है और प्रसारकों के बीच क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करता है।
यह एक गैर-लाभकारी और गैर सरकारी पेशेवर संगठन है जिसका मुख्यालय कुआलालम्पुर (मलेशिया) में है। एशिया प्रशांत ब्रॉडकास्टिंग यूनियन (एबीयू) एशिया प्रशांत क्षेत्र के प्रसारकों का एक पेशेवर संगठन है। एबीयू की स्थापना 1964 में इलाके में प्रसारण के विकास में सहायता के लिए की गई थी। एसोसिएशन टेलीविजन और रेडियो प्रसारकों के सामूहिक हितों को बढ़ावा देता है और प्रसारकों के बीच क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करता है।
इस प्रतियोगिता में मेजबान देश सहित 13 देशों के 17 संगठनों ने
पांरपरिक और समकालीन नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
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