Tuesday 31 January 2017

भ्रष्टाचार बोध सूचकांक-2016

25 जनवरी, 2017 को बर्लिन की भ्रष्टाचार आकलन एवं निगरानी संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (टीआई) द्वारा 22वां वार्षिकभ्रष्टाचा बोध सूचकांक’ (Corruption Perception Index-2016) जारी किया गया। भ्रष्टाचार के मामले में दुनिया के कुल 176 देशों की सूची में भारत को 79वें स्थान पर रखा है. यह सूचकांक 0 से 100 अंकों तक विस्तारित है जिसमें 0 का अर्थ सर्वाधिक भ्रष्ट (Highly Corrupt) तथा 100 का अर्थ सर्वाधिक ईमानदार (Very Clean) है।
टीआई की 'सीपीआई-2016' की रपट के अनुसार, न्यूजीलैंड और डेनमार्क को सबसे कम भ्रष्टाचार वाला देश बताया गया है. सर्वेक्षण में इन देशों को 90 अंक मिले हैं, जबकि सोमालिया को सबसे भ्रष्ट देश बताया गया है और उसे केवल 10 अंक मिले हैं इसके पश्चात दक्षिण सूडान (स्कोर-11) 175वें, उत्तर कोरिया (स्कोर-12) 174वें, सीरिया (स्कोर-13) 173 वें, यमन, सूडान तथा लीबिया (प्रत्येक का स्कोर-14) 170वें स्थान पर हैं।
भ्रष्टाचार बोध सूचकांक (CPI)-2016 में भारत बेलारूस, ब्राजील एवं चीन के साथ संयुक्त रूप से 79 वें स्थान पर है। इन सभी 4 देशों का सूचकांक स्कोर-40 है। जबकि गत वर्ष के सूचकांक में भारत 38 अंक के स्कोर के साथ बोस्निया-हर्जेगोविना, बुर्किना फासो, थाइलैंड, ट्यूनीशिया, जाम्बिया एवं ब्राजील के साथ संयुक्त रूप से 76वें स्थान पर था। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया के प्रमुख रामनाथ झा ने बताया कि सर्वेक्षण में शामिल देशों की संख्या बढ़ने से भारत की सीपीआई रैंकिंग में गिरावट आई है। भारत के पड़ोसी देशों में भूटान (स्कोर-65) 27वें, नेपाल (स्कोर-29) 131वें, श्रीलंका (स्कोर-36) 95वें तथा पाकिस्तान (स्कोर-32) 116वें स्थान पर है।
टीआई के इंडेक्स-2016 के अनुसार कुल 176 देशों मे से करीब दो तिहाई देशों की भ्रष्टाचार रैंकिंग में गिरावट आई है.
ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) एक अन्तरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संस्था है जो भ्रष्टाचार के निवारण आदि पर अपना ध्यान केन्द्रित करती है। ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल का अन्तरराष्ट्रीय मुख्यालय जर्मनी की राजधानी बर्लिन में है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल 'करप्शन परसेप्शन इंडेक्स-2016' (सीपीआई-2016) के लिए कई स्तरों पर सर्वेक्षण के बाद देशों को अंक प्रदान करता है, जिसके आधार पर सर्वेक्षण में शामिल देशों में भ्रष्टाचार की स्थिति का अनुमान लगाया जाता है यह सूचकांक वर्ष 1995 से प्रतिवर्ष जारी किया जा रहा है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संस्था है जो भ्रष्टाचार निवारण आदि पर जोर देती है।



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