17-19 जनवरी, 2017 के मध्य ‘द्वितीय रायसीना डायलॉग-2017’ (2nd Raisina Dialogue-2017) का आयोजन नई दिल्ली में किया गया। इस सम्मेलन का मुख्य विषय (Theme)- The New
Normal: Multilateralism with Multi-Polarity था।
रायसीना डायलॉग (संवाद) भारत का एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संवाद है। यह विदेश मंत्रालय, भारत सरकार व ‘ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन’ (ORF) की संयुक्त पहल है। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन नई दिल्ली स्थित एक स्वतंत्र थिंक-टैंक है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया।
रायसीना डायलॉग भारत द्वारा भू-राजनैतिक एवं भू-आर्थिकी पर आयोजित एक ऐसा वार्षिक सम्मेलन है जिसमें विभिन्न राष्ट्रों के हितधारक, राजनेता, पत्रकार,
उच्चाधिकारी तथा उद्योग एवं व्यापार जगत से संबंधित लोग एक मंच पर अपने विचार साझा करते हैं।
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में 65 देशों के लगभग 250 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
जिसमें अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रड, नेपाल के विदेश मंत्री प्रकाश शरण महत प्रमुख हैं।
साउथ ब्लॉक स्थित विदेश मंत्रालय का मुख्यालय जिस रायसीना पहाड़ी पर स्थित है, उसके नाम पर ही इसे रायसीना संवाद नाम दिया गया है।
रायसीना संवाद का मुख्य उद्देश्य एशियाई एकीकरण एवं शेष विश्व के साथ एशिया के बेहतर समन्वय की संभावनाओं तथा अवसरों को तलाश करना है।
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