Friday 30 December 2016

सुंदरलाल पटवा

28 दिसंबर, 2016 को वरिष्ठ भाजपा नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा का हार्ट अटैक के बाद निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे और कुछ समय से बीमार थे। उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है और उनकी कोई संतान नहीं थी। सुंदरलाल पटवा मप्र में पहली बीजेपी सरकार में शामिल रहे थे।
वह मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे।
मुख्यमंत्री के रूप में उनका पहला कार्यकाल 20 जनवरी, 1980 से 17 फरवरी, 1980 तक दूसरा कार्यकाल 5 मार्च, 1990 से 15 दिसंबर, 1992 तक था।
सुंदरलाल पटवा का जन्म मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के कुकड़ेश्वर गांव में 11 नवंबर 1924 को हुआ था।
1941 से इन्‍दौर राज्‍य प्रजा मण्‍डल एवं 1942 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। उसके बाद 1947 से 1951 तक संघ प्रचारक एवं 1948 से संघ आंदोलन में सात माह जेल यात्रा भी की। 1951 में जनसंघ की स्‍थापना के साथ ही इसके सक्रिय कार्यकर्ता रहे। 1957 से 1967 तक विधान सभा सदस्‍य एवं विरोधी दल के मुख्‍य सचेतक रहे। 1967 से 1974 तक जिला सहकारी बैंक के अध्‍यक्ष रहे। 1975 में म.प्र. जनसंघ के महामंत्री बने। आपातकाल के दौरान 27 जून, 1975 से 28 जनवरी, 1977 तक मीसा बंदी के रूप में जेल में रहे।
वे 20 जनवरी, 1980 से 17 फरवरी, 1980 तक पहली बार मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री बने। उसके बाद सन 1990 के विधान सभा चुनाव में सदस्‍य निर्वाचित हुए एवं 05.03.1990 से 15.12.1992 तक मुख्‍यमंत्री रहे। 1993 में पुन: विधान सभा सदस्‍य के लिए निर्वाचित हुए। 1997 में छिंदवाड़ा से लोकसभा उपचुनाव में विजयी और वाजपेयी सरकार में दो साल मंत्री भी रहे।

दरअसल, 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद सुंदरलाल पटवा सरकार को बर्खास्त कर दिया गया. प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया, जिसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में सरकार बनाई थी|

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