Tuesday 21 August 2018

विनेश फोगाट


भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने 18वें एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा. ऐसा कारनामा करने वाली वो भारत की पहली महिला पहलवान बनीं. इससे पहले उन्होंने 2014 इंचियोन एशियन गेम्स में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था.
विनेश फोगाट ने एशियाई खेलों  में इतिहास रचते हुए 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। इस उपलब्धि के साथ वह पहली भारतीय महिला पहलवान बनी हैं, जिन्होंने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक अपने नाम किया हो। गोल्ड मेडल के लिए खेले गए मुकाबले में विनेश ने जापान की इरी युकी को 6-2 से मात दी। बता दें कि भारत ने एशियाई खेलों में अभी तक दो ही गोल्ड मेडल अपने नाम किए हैं। दोनों ही पदक कुश्ती से मिले हैं। इससे पहले रविवार को बजरंग पूनिया ने इन खेलों का पहला गोल्ड मेडल दिलाया था।

मुश्किलों से भरा जीवन
बचपन से लेकर एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने तक का सफर विनेश के लिए कभी आसान नहीं रहा. उन्होंने सिर्फ अपनी निजी जिंदगी की कठिनाइयों को पार किया, बल्कि मजबूत हौसले के साथ आगे बढ़ती रहीं. महज दस साल की उम्र में ही जमीन विवाद के चलते उनके पिता राजपाल का मर्डर हो गया था. जो उनके जीवन की सबसे बड़ी दुखद घटना थी. लेकिन विनेश के जीवन से ताऊ महावीर फोगाट ने इस खालीपन को भरने की कोशिश शुरू की. उन्होंने विनेश को पहलवानी के गुर सिखाने शुरू किए. ताऊ महावीर और विनेश की मेहनत रंग लाई और वो देश की अंतरराष्ट्रीय पहलवान बन गईं.
चोट ने किया परेशान
एक बार फिर नई चुनौतियां विनेश का इंतजार कर रही थींरियो ओलंपिक में पैर में चोट के चलते उनके भविष्य पर सवाविया निशान लग गए. लेकिन कभी हार मानने विनेश ने इस मुसिबात का सामना पूरे हौसले के साथ किया. फिट होकर कड़ी ट्रेनिंग में जुट गईं. 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीता. इसके बाद 18वें एशियन गेम्स में 'गोल्ड मेडल' जीतकर इतिहास रच दिया. आज विनेश की इस कामयाबी पर पूरा देश नाज कर रहा है.

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